कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान
सन 1955 में कान्हा को राष्ट्रीय उद्यान के रूप में गठित किया गया वर्तमान में इसका मूल्यांकन एशिया के सबसे अच्छे पार्क के रूप में करते हैं
यह मंडला बालाघाट जिले में है
मंडला में इसे 1933 में अभ्यवन 1952 में अभ्यारण तथा 1955 में राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया । यह सबसे पहला और मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है जिसे 1973 1974 से प्रोजेक्ट टाइगर योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है
इसमें ब्रेडरी की प्रजाति का बारहसिंघा पाया जाता है
कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल 939 .947 वर्ग किमी है
माधव राष्ट्रीय उद्यान
इसकी स्थापना 1958 में शिवपुरी जिले में की गई है
यह है 375 . 230 वर्ग किमी में फैला है
इसमें मुख्य वन्य जीव तेंदुआ सांभर चीतल आदि
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
यह उमरिया जिले में 1968 में स्थापित किया गया है
बाघ की दृष्टि से देश में सर्वाधिक घनत्व वाला राष्ट्रीय उद्यान है
इसे 1993 से प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया गया है
यह 32 पहाड़ियों से घिरा हुआ तथा 448 .842 वर्ग किमी क्षेत्र फैला हुआ हैं।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
यह 1979 में भोपाल में स्थापित किया गया है
इसका क्षेत्रफल 4 .452 वर्ग किलोमीटर है
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान
यह पन्ना छतरपुर में 1981 में स्थापित किया गया है
यहां पर रेप्टाइल पार्क भी है जिसमें रेंगने वाले जीव पाए हैं।
यह 1994 से प्रोजेक्टर टाइगर में शामिल किया गया है
इसका क्षेत्रफल 542.662 वर्ग किलोमीटर है
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
यह होशंगाबाद में 1983 में स्थापित किया गया है
यह 528 .729 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला
इससे 1999-2000 में प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल कर लिया गया है
पेंच राष्ट्रीय उद्यान
पेंच राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के सिवनी तथा छिंदवाड़ा जिले में स्थापित हैं।
इसकी स्थापना वर्ष 1977 में अभ्यारण के रूप में की गई थी जिसे 1983 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया
292 857 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले पेंच राष्ट्रीय उद्यान का नाम इसके मध्य प्रदेश से बहने वाली पेंच नदी के नाम पर रखा गया हैं।
मैच राष्ट्रीय उद्यान में वर्ष 1992 1993 में प्रोजेक्ट टाइगर योजना लागू की गई
सन 1955 में कान्हा को राष्ट्रीय उद्यान के रूप में गठित किया गया वर्तमान में इसका मूल्यांकन एशिया के सबसे अच्छे पार्क के रूप में करते हैं
यह मंडला बालाघाट जिले में है
मंडला में इसे 1933 में अभ्यवन 1952 में अभ्यारण तथा 1955 में राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया । यह सबसे पहला और मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है जिसे 1973 1974 से प्रोजेक्ट टाइगर योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है
इसमें ब्रेडरी की प्रजाति का बारहसिंघा पाया जाता है
कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल 939 .947 वर्ग किमी है
माधव राष्ट्रीय उद्यान
इसकी स्थापना 1958 में शिवपुरी जिले में की गई है
यह है 375 . 230 वर्ग किमी में फैला है
इसमें मुख्य वन्य जीव तेंदुआ सांभर चीतल आदि
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
यह उमरिया जिले में 1968 में स्थापित किया गया है
बाघ की दृष्टि से देश में सर्वाधिक घनत्व वाला राष्ट्रीय उद्यान है
इसे 1993 से प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया गया है
यह 32 पहाड़ियों से घिरा हुआ तथा 448 .842 वर्ग किमी क्षेत्र फैला हुआ हैं।
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
यह 1979 में भोपाल में स्थापित किया गया है
इसका क्षेत्रफल 4 .452 वर्ग किलोमीटर है
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान
यह पन्ना छतरपुर में 1981 में स्थापित किया गया है
यहां पर रेप्टाइल पार्क भी है जिसमें रेंगने वाले जीव पाए हैं।
यह 1994 से प्रोजेक्टर टाइगर में शामिल किया गया है
इसका क्षेत्रफल 542.662 वर्ग किलोमीटर है
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
यह होशंगाबाद में 1983 में स्थापित किया गया है
यह 528 .729 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला
इससे 1999-2000 में प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल कर लिया गया है
पेंच राष्ट्रीय उद्यान
पेंच राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के सिवनी तथा छिंदवाड़ा जिले में स्थापित हैं।
इसकी स्थापना वर्ष 1977 में अभ्यारण के रूप में की गई थी जिसे 1983 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया
292 857 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले पेंच राष्ट्रीय उद्यान का नाम इसके मध्य प्रदेश से बहने वाली पेंच नदी के नाम पर रखा गया हैं।
मैच राष्ट्रीय उद्यान में वर्ष 1992 1993 में प्रोजेक्ट टाइगर योजना लागू की गई
मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान
Reviewed by Topgkclass
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November 10, 2017
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